Monday, June 23, 2014

दुनिया के आठ खूनी पौधे, जिनसे बचकर रहना जरूरी



धरती के लगभग 31 फीसदी हिस्से को जंगल कवर करते हैं। यह लगभग 4 बिलियन हेक्टेयर है। वनों के क्षेत्रफल में हर साल तेजी से कमी आना चिंताजनक है। वर्ष 2000 से 2010 के दौरान हर साल वनों के क्षेत्रफल में 5.2 मिलियन हेक्टेयर कमी आई है। यह सभी जानते हैं कि धरती पर इंसान के अस्तित्व के लिए पेड़ कितने जरूरी हैं। ये न केवल ऑक्सीजन देते हैं, बल्कि पृथ्वी के वातावरण को अनुकूल बनाए रखते हैं। महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि पेड़ों से दवाएं मिलती हैं। कई तरह के पेड़-पौधों से इंसान के लिए बेहद उपयोगी दवाएं मिलती हैं। वृक्ष जहां एक ओर इंसान के लिए बहुत उपयोगी हैं, वहीं कुछ पेड़ बेहद खतरनाक और
जानलेवा भी हैं। इनके बीज, फूल और फल तक जहरीले होते हैं। ऐसे पेड़ों के केमिकल कुछ ही देर में इंसान की जान ले लेते हैं। ये प्लांट्स देखने में खूबसूरत और आकर्षक लगते हैं, लेकिन उनकी यही सुंदरता बड़ा छलावा है। कुछ पेड़ों की गंध से ही सिर चकराने लगता है और बेहोशी जैसी छाने लगती है। आप यहां कुछ बेहद विषैले पेड़-पौधे और उनकी जड़ों के बारे में जानेंगे।
सुसाइड ट्री: इसकी दो वैराइटी होती हैं। केरल और इससे लगे समुद्र तटीय इलाके में यह पेड़ होता है। इसके फल के बीज बहुत जहरीले होते हैं। इसमें एल्कलॉइड होता है, जो कार्डियो टॉक्सिक है। इसके खाने से हृदय को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है। अकेले केरल में सुसाइड ट्री के फल और बीज खाने से हर साल 500 से अधिक मौतें होती हैं।
डॉल्स आइज (Doll`s Eyes): उत्तरी कनाडा, जॉर्जिया और अमेरिकी स्टेट मिनसोटा में पाया जाता है। यह सबसे जहरीले प्लांट्स में से एक है। इसके फूल को देखकर लग सकता है कि यह Berries का फल तो नहीं है। इसके फल ऐसे लगते हैं जैसे डिजाइनर डॉल्स हों। व्हाइट और ब्लैक कलर में यह खूबसूरत दिखते हैं, लेकिन इसमें घातक जहर होता है। इंसानों के लिए यह सबसे टॉक्सिक है। इसे खाने पर कार्डिक अटैक आ सकता है। रिसर्च में सामने आया है कि यह इंसान के लिए तो जानलेवा है, लेकिन पक्षियों को नुकसान नहीं होता। 
वीनस फ्लाईट्रैप (Venus flytrap): अमेरिका के उत्तरी और दक्षिण कैलीफोर्निया स्टेट में पाया जाता है। नाम से ही स्पष्ट हो जाता है की यह उड़ने वाले कीट पतंगों को अपना भोजन बनाता है। यह मांसाहारी विचित्र पौधा महज 20 सेकंड में किसी उड़ने वाले कीट-पतंगों को अपना भोजन बना लेता है। कीट-पतंगों के बैठते ही इसकी पत्तियां सिर्फ 0.1 सेकंड में बंद हो जाती हैं। इसके बाद पत्तियों के अंदर बंद हुए कीट मर जाते हैं। यहीं वीनस फ्लाईट्रैप प्लांट के लिए ही पोषक का काम करते हैं।
पिचर प्लांट (Pitcher Plant): उत्तरी अमेरिका के पेनसेल्वानिया, कनाड़ा और दक्षिण अमेरिका में कई जगह पाया जाता है। यह मांसाहारी प्रजाति का पौधा है। अपने आकार के कारण इसे Pitcher नाम दिया गया है। इसकी कलरफूल और आकर्षक बॉडी कीड़े-मकोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ये पिचर प्लांट की पत्ती के किनारे बैठते ही इसके गड्‌ढे़ में गिर जाते हैं। इसमें कई एंजाइम्स और पदार्थ होते हैं, जिनमें कीड़े-मकोड़े गल जाते हैं। पीचर धीरे-धीरे इन कीड़ों को अवशोषित कर लेता है।
सफेद फूल वाला विषैला पौधा (Western water Hemlock): यह उत्तरी अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट, ब्रिटिश कोलंबिया के अलावा  अलास्का में हो पैदा होता है। उत्तरी अमेरिका में यह सबसे विषैला प्लांट है। यह पौधा नमी वाली जगह पर पैदा होता है। इसकी सुगंध बहुत लुभावनी होती है और इसके चलते जानवर इसे खा लेते हैं। कई बार इसे खाने के बाद जानवरों को 15 से 20 मिनट में मरते हुए देखा गया है। कई बार इसे मुंह से चबाने भर से लकवा मार जाता है और श्वसन तंत्र काम करना बंद कर देता है।
एंजेल ट्रम्पेट (Angel Trumpet): नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, और एशिया के कई देशों में होता है। भले ही इस पौधे का नाम एंजेल हो, लेकिन किसी भी नजरिए से इसमें कोई दैवीय गुण नहीं है। तुरही की तरह इसका आकार है इसके कारण इसके नाम में ट्रम्पेट जुड़ा है। इसका फूल देखने में खूबसूरत है, लेकिन बहुत ही खतरनाक है। एंजेल ट्रम्पेट में स्कोपोलेमाइन होता है। इसके कारण बहुत जल्द मतिभ्रम होता है। इसके सत्व से बने पाउडर का उपयोग कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में किया जाता रहा है। कई गैंग लूटपाट को अंजाम देने के लिए इसका उपयोग करते हैं।
कनेर (Oleander): यह भारत, चीन, अमेरिका, पुर्तगाल, मोरक्को जैसे देशों में पैदा होता है। इस प्लांट को गार्डन्स में खूब लगाया जाता है। इसके फूल की खूबसूरत महक होती है। इसमें टॉक्सिक मात्रा बहुत होती हैं, जिससे खाने वाले की मौत तक हो सकती है। अमेरिका में 2002 में कनेर खाने से 845 मामले दर्ज हुए। हालांकि, इनमें मात्र तीन की मौत हुई। इसे खाने से पेट में दर्द होता है ओर खूनी दस्त होते हैं। इससे हार्ट अटैक भी हो सकता है। खाने वाला कोमा में जा सकता है और मौत भी संभव है।
अरंडी (Castor Tree): यह भारत समेत फ्रांस, स्पेन, इटली, अमेरका, लीबिया, तंजानिया, कीनिया समेत विश्व के कई देशों में पाया जाता है। यह प्लांट भी सबसे अधिक विषैले पौधों में शामिल है। इसके बावजूद भी इसकी खेती की जाती है। मुख्य रूप से इसका बीज जहरीला होता है। इसके बीजों से एक टॉक्सिन प्रोटीन निकाला जाता है। इसका उपयोग केमिकल रिएक्शन के लिए होता है। यह अत्यधिक टॉक्सिक होता है। इसके खाने से उल्टी-दस्त होने लगते हैं। ब्लड प्रेशर लो हो जाता है और पेट में तेज दर्द और मरोड़ होती है। यदि समय पर इलाज नहीं मिले, तो खाने वाले की मौत हो जाती है।



साभार: दैनिक भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE