Saturday, August 20, 2016

मुरथल गैंगरेप मामले में सरकार के हाथ खाली; जाँच जारी

मुरथल में हुए गैंगरेप मामले में शुक्रवार को दाखिल सीलबंद स्टेटस रिपोर्ट में एक बार फिर से हरियाणा सरकार के हाथ खाली दिखे। हरियाणा सरकार की ओर से मोबाइल फोन की डंप व कारों के रिकॉर्ड तलाशने के साथ ही मीडिया के सामने बयान देने वालों के पुलिस के सामने मुकर जाने की बात कहते हुए अपनी मजबूरी जताई गई।
हालांकि खेतों में मिले अंत:वस्त्रों पर मिले वीर्य की जांच के लिए इन्हें दिल्ली की सीबीआइ फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है और पुलिस ने 5 संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मुरथल गैंगरेप मामले में शुक्रवार को स्टेटस रिपोर्ट सौंपते हुए सरकारी वकील ने बताया कि घटना की रात नेशनल हाईवे 1 पर आने वाले 90 फीसद मोबाइलों की डंप को खंगाला गया है। इस डंप को खंगालने के बाद इस रूट पर घटना की रात आने वाले सभी नंबरों से संपर्क किया गया। ज्यादातर नंबरों से फोन पर पड़ताल के दौरान उन्होंने महिलाओं से छेड़छाड़ की बात तो कही परंतु उनके साथ मौजूद किसी भी महिला के साथ ऐसी किसी घटना के होने से इन्कार कर दिया। वहीं एनआरआइ महिला के मामले में बताया गया कि जांच में पाया गया कि एक महिला उस रात आस्ट्रेलिया से आई थी। वह बाय रोड नहीं गई थी और सुबह तक का इंतजार करने के बाद फ्लाइट से अमृतसर चली गई थी। इसके साथ ही फरीदाबाद से मथुरा रोड के बीच डाकखाने से मिली उत्पीड़न की शिकायत के बारे में बताया गया कि चिट्ठी डालने के दिए उस इलाके के सभी मोबाइल नंबरों की डंप निकाली गई और घटना की रात मोबाइल फोन्स की मुरथल में मौजूद डंप से मिलाई गई। किसी भी नंबर से यह डंप नहीं मिली ऐसे में यह चिट्टी विश्वसनीय नहीं लगती है। मामले में गठित एसआइटी ने अपनी मजबूरियों के बारे में बताते हुए कहा कि मामले में एक पीड़िता की मां का इंटरव्यू लेने वाले पत्रकार से सहयोग के लिए बार-बार कहा गया परंतु उससे सहयोग नहीं मिल रहा है। एसआइटी ने बताया कि रिपोर्टर का कहना है कि उसने अपना फोन फॉर्मेट कर दिया है, लेकिन यदि ऐसा है भी तो भी डाटा वापस पाया जा सकता है। इसके अलावा बॉबी जोशी द्वारा बताया गया था कि स्विफ्ट गाड़ी से महिला को खींचकर खेतों में ले जाकर उससे दुष्कर्म हुआ। 
उस रात मौजूद 5 गाड़ियों के मालिकों से संपर्क किया गया था। 3 गाड़ियों में कोई महिला नहीं थी और जिन 2 गाड़ियों में महिलाएं मौजूद थी उन्होंने मार-पीट की बात तो कही परंतु दुष्कर्म की घटना से इन्कार कर दिया। हाईकोर्ट ने इस पर स्पष्ट कर दिया कि सीआरपीसी के प्रावधानों के तहत सरकार जांच करें। वहीं कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता ने कहा कि एसआइटी की जांच से वे संतुष्ट नहीं है।
गुप्ता ने कहा-सुखदेव ढाबा के मालिक के पास है अहम जानकारी : अब तक गैंग रेप की घटना को खुलकर स्वीकार करने से बचने वाली सरकार ने शुक्रवार को हाई कोर्ट में रिपोर्ट सौंप कर बताया कि घटनास्थल पर कुछ महिलाओं के अंडर गारमेंट्स मिले हैं, जांच के उन्हें सीएफएसएल भेजा गया था।
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साभारजागरण समाचार 
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