Thursday, February 16, 2017

फिशरमैन भर्ती धांधली मामला: कर्मचािरयों का डाॅयरेक्टर पर आरोप भर्तियों के लिए की पैसों की डिमांड

फिशरमैन कम वॉचमैन की भर्तियों में कथित धांधली से विवादों में आए मत्स्य विभाग के डायरेक्टर आरके सांगवान अब अपने ही विभागीय कर्मचारियों के निशाने पर गए हैं। मत्स्य विभाग की महिला अकाउंटेंट
कामिनी और लिपिक कुलदीप सिंह ने कहा कि इन भर्तियों में उनके बेटों ने भी भाग लिया था, लेकिन डायरेक्टर सांगवान ने इनसे डायरेक्ट पैसों की डिमांड की। उन्होंने भर्तियों में धांधली का खुलासा किया तो तब से डायरेक्टर सांगवान उन्हें अनावश्यक प्रताड़ित कर रहे हैं। बल्कि विभागीय मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का सहपाठी होने का दावा करते हुए कह रहे हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इन कर्मचारियों ने डायरेक्टर पद से सांगवान को तत्काल हटाए जाने की मांग की। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। सांगवान के खिलाफ तमाम दस्तावेजों और सीडी के साथ बुधवार को चंडीगढ़ में मीडिया के सामने दोनों कर्मचारियों ने अपनी व्यथा बताई। कुलदीप सिंह और कामिनी ने आरोप लगाए कि भर्ती को हाईकोर्ट में चुनौती देने की सजा के रूप में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। कुलदीप सिंह ने इसकी शिकायत पीएम नरेंद्र मोदी को भी की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शिकायत पर राज्य के मुख्य सचिव को जांच के निर्देश भी दिए हैं। 
कामिनी ने बताया कि बेटे गिरीश ने भी आवेदन किया था। डायरेक्टर के निजी स्टॉफ ने पैसों की डिमांड की। सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद उनके बेटे का चयन नहीं हुआ। भर्ती प्रक्रिया पर जब आरटीआई में लगाई तो डायरेक्टर ने केवल धमकाया, बल्कि बदतमीजी की। रंजिश में सस्पेंड करके बदली जींद कर दी गई। जब शिकायत विभागीय मंत्री ओपी धनखड़ से की तो यमुनानगर तबादला कर दिया। कामिनी ने कहा कि मुझे बिना किसी नोटिस के सस्पेंड किया गया और फिर बिना किसी पत्राचार के बहाल कर दिया गया। कुलदीप सिंह और कामिनी का आरोप है कि डायरेक्टर को सरकार रिटायरमेंट के बाद पहले भी एक वर्ष के लिए रि-इम्प्लायमेंट दे चुकी है और अब फिर से इसकी तैयारी है। 
कुलदीप ने बताया कि वह विभाग में वाणिज्यिक मत्स्यक के पद पर कार्यरत था। डेढ़ साल पहले अन्य कर्मचारियों की तरह उसे भी क्लर्क पद पर प्रमोट किया गया। उसके बेटे विशाल सिंह ने भी फिशरमैन की भर्ती के लिए आवेदन किया था। वह सभी योग्यता पूरी करता था, लेकिन उसका चयन नहीं हुआ। उसने भर्ती को हाईकोर्ट में चुनौती दी, तभी से निदेशक उससे रंजिश रखे हुए हैं। दरअसल, नौकरी के बदले उनसे पैसे की डिमांड की थी। पैसे नहीं दिए तो उसके बेटे का चयन भी नहीं हुआ। उसकी जगह निदेशक के भतीजे का चयन किया गया। एक सीडी मीडिया को सौंपते हुए कुलदीप ने कहा कि फिशरमैन की भर्ती में तैरना आना अनिवार्य है, लेकिन प्रेक्टिकल के दौरान निदेशक का भतीजा पानी में डूबता हुआ साफ दिख रहा है। इसके बाद भी उसका चयन कर दिया गया। इसकी शिकायत जब पीएम और सीएम को की तो क्लर्क से डिमोट कर दिया गया। साथ ही बदली भी कर दी गई। 

कुलदीप कर रहा ब्लैक मेल, कामिनी कर दी गईं बहाल: कुलदीप सिंह पर गंभीर आरोप हैं और वह चार्जशीट चल रहा है। अपनी चार्जशीट को लेकर वह ब्लैकमेल करने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहा है, जबकि कामिनी को बहाल किया जा चुका है। दोनों कर्मचारियों के लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। फिशरमैन की भर्ती सरकार से बनी कमेटी के माध्यम से की गई थी। भर्ती पर जब आरोप लगने लगे तो खुद इसे रद्द करने की सिफारिश की थी। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी सरकार के पक्ष को सही ठहराया है। आरकेसांगवान, डायरेक्टर, मत्स्य विभाग। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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