Tuesday, May 23, 2017

मिशन एडमिशन: संस्थान या कोर्स का चुनाव करने से पहले ये बातें समझना जरूरी

श्वेता रैना (हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल की ग्रेजुएट, talerang.com की सीईओ)
देशभर के कॉलेजों में एडमिशन का दौर शुरू हो गया है। कोई एंट्रेंस एग्ज़ाम की तैयारी कर रहा है, तो कोई कॉलेजों में आवेदन पत्र दाखिल करने में व्यस्त है। स्कूल से कॉलेज में जाने के दौरान कई छात्र कोर्स की बजाय
कॉलेज को वरीयता देते हैं, तो कुछ छात्र कोर्स को प्रमुखता देते हैं। सभी अपने पसंद के कॉलेज में एक अच्छे कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। कई बार छात्र इस असमंजस मंे भी होते हैं कि उन्हें प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश लेना चाहिए या अपने पसंद के कोर्स में। यह तय करने का कोई पैमाना तो नहीं है, लेकिन इसके लिए कुछ सुझाव यहां दिए गए हैं। 
खुद रिसर्च करना: अपनी जरूरत के अनुसार संस्थान का चुनाव करने के लिए विभिन्न संस्थानों द्वारा मुहैया कराई जा रही सुविधाओं और यहां संचालित किए जा रहे कोर्स की रूपरेखा की तुलना करें। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस संस्थान में प्रवेश लिया जा सकता है, जो आपकी इच्छाओं के अनुरूप हो। यदि संभव हो तो यूनिवर्सिटी में जाकर वहां के माहौल को समझें और कुछ शिक्षकों से बात कर लें। इससे और भी ज्यादा स्पष्टता आएगी। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से फैकल्टी, शिक्षा की गुणवत्ता और प्लेसमेंट संबंधी जानकारियां भी इकट्ठा की जा सकती हैं। इसके अलावा कॉलेज के कुछ पूर्व छात्रों से भी इस संबंध में बात की जा सकती है।
कॉलेज बाद का प्लान है जरूरी: अपने लिए सही रास्ते का चुनाव करने के लिए सबसे पहले खुद के बारे मे जानना जरूरी है। उदाहरण के लिए आपकी पसंद-नापसंद, ताकत, डेवलपमेंट एरिया और मोटिवेटिंग फैक्टर आदि। मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे स्ट्रीम में प्रासंगिक कोर्स का चुनाव फायदेमंद है। कोर्स में ज्यादा गहराई में जाने से पहले कोर्स के बाद संबंधित क्षेत्र में जॉब की संभावनाओं के बारे में पता कर लें। यह भी समझ लें कि इस तरह के जॉब में आपकी रुचि है या नहीं। यदि आप मेनस्ट्रीम कॅरिअर में प्रवेश लेना चाहते हैं या इस पर भी फैसला नहीं ले पा रहे हैं तो कॉलेज के कल्चर और वातावरण के अनुसार भी चुनाव किया जा सकता है। कॉलेज के अंतिम वर्ष में यदि आप कैंपस प्लेसमेंट में शामिल होना चाहते हैं, तो प्रतिष्ठित कॉलेज से पढ़ाई करना बेहतर विकल्प है।
मेंटर से सलाह लें: यदि आप यह सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं कि कौनसे कोर्स का चुनाव करना है, तो आप किसी शिक्षक या मेंटर से सलाह ले सकते हैं। ये आपको अपनी पसंद और नापसंद के कोर्स को समझने में मदद कर सकते हैं और यह भी कि किसी कोर्स के बाद रोजगार की संभावनाएं कैसी हैं। ये इंडस्ट्री के ट्रेंड्स और इनमें हो रहे बदलावों को ध्यान में रखते हुए आपको अपनी रुचि का विषय चुनने में मदद कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए यह भी जरूरी है कि आप इन्हें अपनी पसंद, ताकत और कमजोरियों के बारे में सच बताएं, क्योंकि उनकी सलाह आपके द्वारा दी गई जानकारी पर ही निर्भर होगी। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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