Thursday, May 25, 2017

HBSE: संशोधित रिजल्ट में फेल छात्राओं का प्रदर्शन, पीएम को लिखा पत्र-पास हुए तो मां-बाप करा देंगे हमारी शादी

कैथल में 10वीं के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए छात्राओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि बोर्ड ने पहले उन्हें पास दिखाया और बाद में संशोधित रिजल्ट में फेल पेपरों की रि-चेकिंग की मांग को लेकर
गवर्नमेंट कन्या स्कूल की छात्राओं ने सुबह पेहवा चौक पर धरना दिया। दोपहर में छुट्टी के वक्त इन छात्राओं के साथ और चार नंबर स्कूल की छात्राएं भी गईं और उन्होंने मानव श्रृंखला बनाकर रोड जाम कर दिया। बाद में डीईओ के आश्वासन के बाद जाम खोला। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 
इन छात्राओं ने प्रधानमंत्री के नाम पत्र लिखा है कि हैलो पीएम सर, आपको हमारा नमस्कार। आपकी बेटियों को फेल कर दिया गया है। वैसे तो आप बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात कहते हैं, लेकिन उन्हें जानबूझ कर फेल कर दिया गया है। टीचर कहते हैं कि रि-चेकिंग के फार्म भर दो, लेकिन जिन बच्चों के माता पिता 1500 रुपए प्रति माह कमाते हैं वे बच्चे कैसे रि-चेकिंग का फार्म भरेंगे। मां-बाप हमारी पढ़ाई रोककर शादी ही करवा देंगे। वहीं, भिवानी बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह का कहना है कि परिणाम जारी करने के दिन जरूर प्रोग्रामिंग में दिक्कत थी। जिसमें 100 नंबर की जगह 10 नंबर दिखा दिए गए थे। इन छात्राओं ने पुराना परिणाम डाउनलोड किया होगा। छात्राएं दोबारा अपना रिजल्ट देखें इसके बाद भी कोई दिक्कत है तो स्कूल बोर्ड से संपर्क करे। 
चंदाना गेट निवासी मुस्कान ने बताया कि चार बजे परीक्षा परिणाम आया उसमें 350 नंबर आए। सात बजे रिजल्ट आया तो उसे मैथ अंग्रेजी में फेल कर दिया गया। ज्योति ने बताया पहले उसके 348 नंबर थे, बाद में उसे मैथ साइंस में फेल कर दिया। सीमा ने बताया कि उसके 320 अंक थे। बाद में मैथ, साइंस अंग्रेजी में फेल कर दिया। 
रोहतक | 10वींकक्षा के परिणाम में सरकारी स्कूलों का रिजल्ट मात्र 43.50 प्रतिशत रहने पर शिक्षा विभाग सख्त रुख अपनाने जा रहा है। विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों में विषयानुसार शिक्षकों से परफार्मेंस रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए बाकायदे विषय वार शिक्षकों के पास प्रोफार्मा भेजा गया है। यदि 30 फीसदी से कम रिजल्ट आया है तो इसके पीछे क्या कारण रहे। ऐसे शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकने तक की कार्रवाई हो सकती है। वहीं, हरियाणा राज्य कर्मचारी महासंघ के राज्य प्रधान प्रदीप सरीन ने बताया कि ग्रेस देकर उठाया गया यह परीक्षा परिणाम नकली है। शिक्षा विभाग की नाकामियों को छिपाने और जनाक्रोश से बचने के लिए बदला गया। वहीं, एसीएस पीके दास का कहना है कि 10वीं का परिणाम कमजोर कैसे आया, इसके लिए शिक्षकों से परफार्मेंस रिपोर्ट देने के लिए कहा है। 
फिरोजपुर झिरका के गांव रावली में 10वीं के खराब परीक्षा परिणाम को लेकर अभिभावकों ने बुधवार को 6 घंटे तक स्कूल गेट पर ताला लगाए रखा। लोगों ने शिक्षकाें को भी अंदर नहीं घुसने दिया। सरपंच शिव चंद ने बताया कि बीते तीन साल से स्कूल का परिणाम खराब रहा है। इस बार दसवीं के 39 छात्रों ने परीक्षा दी और सभी फेल हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि टीचर यहां केवल हाजिरी लगाने आते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी सुगर सिह ने शिक्षकों के स्थानांतरण का आश्वासन दिया तब ग्रामीण माने। 
बोर्ड प्रशासन संयुक्त तालमेल कमेटी के बीच बुधवार को दो दौर की बातचीत के बाद बोर्ड कर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर दी। परीक्षा परिणाम में त्रुटि के बाद बोर्ड प्रशासन ने बोर्ड के एक अधीक्षक सहायक को सस्पेंड किया था। कर्मचारी मंगलवार को हड़ताल पर चले गए थे। तालमेल कमेटी नेताओं ने बताया कि बोर्ड प्रशासन ने तालमेल कमेटी की सभी मांगों को मान लिया गया है। निलंबित कर्मचारियों के निलंबन आदेश वापस ले लिए हंै। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की एक्सटेंशन फाइल को निकाल दिया है प्रमोशन के लंबित मामलों को आगामी 3 दिनों में हल िकया जाएगा।

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साभार: भास्कर समाचार 
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