Tuesday, August 15, 2017

अपने जिलों में भ्रष्टाचार की जांच नहीं कर पाएंगे अधिकारी

हरियाणा के शहरी निकायों में चल रहे विकास कार्यो की गुणवत्ता की निगरानी के लिए गठित विजिलेंस टीम को प्रभावी बनाने की रणनीति तैयार की गई है। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन के निर्देश पर अब
शहरी निकायों में पदस्थ अधिकारी अपनी खुद की पालिका के विकास कार्यो की निगरानी नहीं कर पाएंगे। दूसरे शहरी निकायों में कार्यरत अधिकारी इस जिम्मेदारी को निभा पाएंगे। इससे प्रभावी तरीके से जांच होगी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सकेगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पालिकाओं में विकास कार्यो की क्वालिटी जांच के लिए गठित विजिलेंस टीम का स्वरूप बदलने जा रहा है। अभी तक विजिलेंस टीम में संबंधित पालिका के अधिकारी ही अपनी पालिका के विकास कार्यो की जांच पड़ताल करते थे। इससे जांच प्रभावित होने और निष्पक्ष परिणाम आने की संभावनाएं कम हो रही थी। मामला संज्ञान में आने के तुरंत बाद शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने विजिलेंस का स्वरूप बदलने का निर्णय लिया है। अब प्रदेश के सभी 10 नगर निगमों के वरिष्ठ संयुक्त आयुक्त/उप निगम आयुक्त की अध्यक्षता में एक्सईएन/एमई, वाणिज्य अधिकारी की तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा, जो अपने निगमों एवं जिलों को छोड़कर अन्य जिलों के नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पालिकाओं में चल रहे विकास कार्यो की गुणवत्ता की जांच करेंगी। कविता जैन ने निर्देश दिए हैं कि अब विजिलेंस टीम औचक निरीक्षण करते हुए पालिकाओं में चल रहे विकास कार्यों की लोक निर्माण विभाग के कोड अनुसार सैंपल लेकर उनकी प्रयोगशाला में जांच करवाएगी। आमजन से प्राप्त शिकायत का मौके पर जाकर निपटान होगा और इसकी रिपोर्ट विभाग मुख्यालय को सौंपी जाएगी।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.