Monday, October 16, 2017

पूछताछ में मिले सुराग: डेरा प्रमुख को भगा खुद विदेश भागने की तैयारी में थी हनी

साभार: जागरण समाचार 
डेरा प्रमुख गुरमीत को सीबीआइ की विशेष अदालत में फैसले के दिन दोषी करार दिए जाने पर उसे भगाकर विदेश भेजने का पूरा इंतजाम किया जा चुका था। यह इंतजाम करने वाला कोई दूसरा नहीं गुरमीत की कथित
बेटी हनीप्रीत ही थी। डेरा प्रमुख को विदेश भगाने के बाद हनीप्रीत की भी विदेश भागने की योजना थी, लेकिन हरियाणा पुलिस की चौकसी के चलते पूरा हो गया। 
हनीप्रीत ने रिमांड पर रहते हुए पुलिस पूछताछ के दौरान ऐसी ही जानकारियां दी हैं। डेरा प्रमुख को भगाने के लिए पंजाब पुलिस के जवानों की विशेष ड्यूटी लगाई गई थी। इन जवानों की संख्या आठ थी, जिनमें से हरियाणा पुलिस तीन को गिरफ्तार कर चुकी है और पांच पुलिस जवान अभी भी फरार चल रहे हैं। हरियाणा पुलिस इन पांचों जवानों को पंजाब पुलिस से मांग चुकी है, लेकिन पंजाब पुलिस ने अभी तक हरियाणा का अनुरोध स्वीकार नहीं किया है। हनीप्रीत ने पुलिस को जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक गुरमीत को विदेश भगाने और उसके वहां रहने का पूरा इंतजाम हो चुका था। हनीप्रीत ने पुलिस को अपनी सीक्रेट डायरी के बारे में भी बताया है। इस डायरी में गुरमीत ने हनीप्रीत को उन तमाम लोगों के नाम और पते तथा फोन नंबर लिखवाए थे, जिनसे बातचीत कर अथवा संपर्क साधकर संकट के समय मदद ली जा सकती थी। पुलिस को अभी तक हनीप्रीत की यह सीक्रेट डायरी नहीं मिल पाई है। हनीप्रीत तमाम उन लोगों के बारे में गहराई से जानती है, जिन पर गुरमीत की कृपा रहती थी। हरियाणा पुलिस अब हनीप्रीत की इस डायरी के बारे में डेरे की चेयरपर्सन विपासना से पूछताछ कर सकती है।
गुरमीत का चेहरा पड़ गया पीला, दाढ़ी हो गई सफेद: सुनारिया जेल में सजा काट रहे साध्वी यौन उत्पीड़न के दोषी गुरमीत के स्वास्थ्य में हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद से लगातार गिरावट आ रही है। चेहरा पीला पड़ने लग गया है। दाढ़ी के बाल भी सफेद हो गए हैं। रात को नींद नहीं आ रही और दिन में बेचैनी सी रहती है। सूत्रों के अनुसार हनीप्रीत से जब पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही थी, तब जेल में बंद गुरमीत नंबरदारों से अपडेट लेने का प्रयास कर रहा था। इतना ही नहीं परिजन जब जेल में उससे मिलने पहुंचते थे तब भी इस बारे जानकारी लेता था। बताया जाता है कि गुरमीत का वजन भी पहले से चार से पांच किलोग्राम कम हो गया है।
साढ़े सात बजे के बाद जाता है कैंटीन: जेल मैनुअल के मुताबिक शाम साढ़े सात बजे तक कैदी जेल की कैंटीन से सामान खरीद सकते हैं। लेकिन गुरमीत को कैंटीन में साढ़े सात बजे के बाद ले जाया जाता है। गुरमीत जेल से बोतलबंद पानी और बिस्कुट खरीदता है। बिस्कुट भी नमकीन लेता है क्योंकि वह डायबिटिक है। इसके अलावा अन्य सामान भी कैंटीन से अक्सर खरीदता है। शाम को ही जेल के पार्क में टहलता है और पौधों में पानी देने का काम करता है, जो कैदी के तौर पर जेल प्रशासन ने उसे दे रखा है।